शनिवार, 12 मई 2012

क्या यह सही है ?

हम कल्पना पालते हैं ,बढ़ाते हैं ,यही कल्पना हमारे लिए मुसीबत बन जाती है जब /
हम वास्तविक से हटकर इसके सहारे जीने की आदत डाल लेते हैं /क्या यही सही है ???????
क्या यह सही है ?कुछ लोगों का मानना है की यह सही है /क्योंकि वास्तविक जीवन क्या और कैसा है किसी ने देखा नहीं /तो फिर क्यों न खुशी से जियें वास्तविक हो या काल्पनिक /खुश रहें और खुश रखें /इसके लिए कुछ नहीं /
एक सिद्धांत अपनाये ' जो मिले उनसे खुल कर मिलें /कल्पना ही सही ?लेकिन पुरे मन से//
पल भर के लिए प्यार कर ले झुटा ही सही ______________/
अंत में क्या यह सही है ???????????

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